'ए मां तेरी सूरत से अलग भगवान
की सूरत क्या होगी...!' वाकई इस एक लाइन में मां की
महानता को बखूबी व्यक्त किया जा सकता है। मां के त्याग, सेवा भाव और समर्पण का दुनिया लोहा मानती रही है। बचपन में
मां के जरिये मिली प्यार भरी थपकी, दुलार और जीवट दिखाने का पाठ
किसी भी शख्स के भविष्य की कामयाबी की नींव तैयार करता है।
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